नोएडा में पकड़ी गई 8 लाख की ई-सिगरेटएक तस्कर हुआ गिरफ्तार, गल्फ कंट्री से होती है सप्लाई


नोएडा,
नोएडा में ई-सिगरेट के साथ एक तस्कर गिरफ्तार हुआ है। एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करने की फिराक में था। पकड़ी गई सिगरेट की कीमत करीब 8 लाख रुपए है। ई-सिगरेट चाइना मेड है। जिसे गल्फ कंट्री के जरिए भारत लाया जाता है। पुलिस ने तस्कर का मोबाइल जब्त किया है। एडीसीपी मनीष मिश्रा ने बताया कि इलेक्ट्रिक सर्विलांस और मुखबिर से सूचना मिलने पर सेक्टर-37 के पास एक संदिग्ध कार को चेकिंग के लिए रोका गया। इस कार की चेकिंग की गई। जिसमें से 8 लाख की चाइना मेड ई-सिगरेट मिली। तस्कर की पहचान रियाज़ अहमद निवासी उत्तराखंड हुई है। पुलिस इसके साथियों और मुख्य तस्कर की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। इसकी मांग अधिक होने के चलते इसकी कीमत भी कई गुना अधिक हो जाती है। इस प्रकार की एक सिगरेट 4 से 5 हजार रुपए में बिकती है। एक सिगरेट पीजी, कॉलेज और अन्य स्थानों पर ऑन डिमांड सप्लाई की जाती थी। तस्कर से पता लगाया गया जा रहा है कि वो यहां किसको सप्लाई करने के लिए लाया था। उसके वॉट्सऐप ग्रुप को चेक किया जा रहा है।
क्या है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट एक तरह की इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम डिवाइस है। इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम डिवाइस बैटरी से ऑपरेट होने वाले डिवाइस होते हैं। शरीर में निकोटीन पहुंचाने का काम करते हैं।
नॉर्मल सिगरेट की तरह ई-सिगरेट में तंबाकू नहीं भरा होता है। और न ही इसे पीने के लिए कहीं से जलाने की जरूरत होती है।
बहुत सी ई-सिगरेट में से तो पीने पर धुआं भी नहीं निकलता है। इसमें तंबाकू की जगह एक कार्टेज में लिक्विड निकोटीन भरा रहता है। खत्म होने पर कार्टेज को दोबारा से भरा जा सकता है। सिगरेट के दूसरे छोर पर एलईडी बल्ब लगा होता है। जो कश लगाने जलता है।
इस तरह ई-सिगरेट पीने वाले लोग धुंए की बजाय भाप खींचते हैं। इसमें मुख्य रूप से एक रिचार्जेबल लिथियम बैटरी होती है। एक निकोटीन कार्टेज और इसके बाद होता है एवोपोरेट चैंबर, जिसमें छोटा हीटर लगा होता है, यह हीटर बैटरी से गर्म होकर निकोटीन को भाप में बदलता है।