झोले में मिला नवजात,सिपाही ने किया कुछ ऐसा कि अब 15 अगस्त को होगा सम्मान


देवरिया।
कह्ते है “जाके रखो साइयां मार सके ना कोय”
ऐसा ही मामला देवरिया जिले में आया है जहां किसी ने एक अज्ञात नवजात शिशु को झोले में भरकर ठेले पर फेका गया था । सुबह (भोर) के चार बज रहे होगे। जहां लोगों ने अचानक एक मासूम बच्चे के रोंने की आवाज सुनी। लगातार बच्चा रो रहा था । लोगों ने देखा कि एक नवजात को एक ठेले पर झोले में भरकर फेंका गया है। उसे झोले से बाहर निकाला गया। अभी लोग कुछ समझ पाते तभी अचानक एक सिपाही देवदूत बनकर वहां पहुच गया। तत्काल सिपाही ने मासूम की हालत को देखते हुए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। जहां बच्चे की जान बच सकीं । इस नेक कार्य से इस सिपाही की लोग काफी सराहना कर रहे है।
आपको बता दे की सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के पास एक ठेले पर झोले में एक अज्ञात नवजात शिशु को फेका गया था। सुबह के 4:00 बज रहे होगे जैसे ही बच्चे की कई बार लोगों ने रोने की आवाज सुनी लोग ठेले के पास पहुचें वही ड्यूटी पर उस रास्ते जा रहे डायल 112 में तैनात सिपाही जनार्दन यादव उस मासूम के लिये देवदूत बनकर पहुच गये और देखा कि मासूम की हालत काफी खराब है फौरन नवजात शिशु को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और उसकी जान बचाई।

15 अगस्त पर होगा सिपाही का सम्मान:
इस नेक कार्य से क्षेत्र में सिपाही जनार्दन यादव की काफी सराहना की जा रही है। वही जैसे ही कांस्टेबल जर्नादन यादव की इस नेक कार्य की जानकारी एसपी संकल्प शर्मा को हुयी उन्होंने कांस्टेबल जनार्दन यादव की खूब सराहना की और इस नेक कार्य के लिए 15 अगस्त को जनार्दन यादव को सम्मानित करने के लिये कहा ।