गाजियाबाद में जन्माष्टमी पर ढाई साल से बंद मंदिर खुला


गाजियाबाद।

गाजियाबाद के बहरामपुर गांव में प्राचीन मंदिर को अस्थाई दीवार लगाकर नगर निगम ने चारों तरफ से बंद कर दिया था। ऐसे में ग्रामवासी मंदिर में पूजा पाठ नहीं कर पा रहे थे। तमाम जगह गुहार लगाकर स्थानीय निवासियों ने सपा नेताओं से गुहार लगाई। सपा नेताओं ने रविवार को ही नगर आयुक्त के यहां चलने का कार्यक्रम बनाया, तो नगर निगम के दस्ते ने आकर अस्थाई दीवार हटाकर रास्ता दे दिया। समाजवादी पार्टी के गाजियाबाद के युवजन सभा के जिला अध्यक्ष जीतू शर्मा ने बताया कि उनके पास वार्ड नंबर 35 के दर्जनों लोग आए थे। उन्होंने एक निवेदन दिया था कि उनके यहां करीब साल 2000 में बने प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर का रास्ता नगर निगम ने चारों तरफ से अस्थाई दीवार लगाकर बंद कर दिया है। ऐसे में उनकी धार्मिक आस्था आहत हो रही है और वह पूजा पाठ नहीं कर पा रहे हैं। जीतू शर्मा के मुताबिक इस मामले को लेकर उन्होंने नगर निगम के कई अधिकारियों से बात की। साथ ही पुलिस अधिकारियों से भी इस बारे में चर्चा की। नगर निगम अधिकारियों ने फिलहाल जन्माष्टमी का पर्व बनाने के लिए अस्थाई दीवार हटा दी है। जीतू शर्मा के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बताया था कि यह दीवारें करीब ढाई साल से यहां लगी हुई हैं। जो सिर्फ छठ पूजा के लिए खुला करती थी। जीतू शर्मा के मुताबिक नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि यह मंदिर नगर निगम की जमीन पर बना हुआ है, इसीलिए इसको अस्थाई दीवारों से बंद किया गया था। ऐसे में जीतू शर्मा ने तर्क रखा था कि जब यह मंदिर बन रहा था, तभी क्यों नहीं रोका गया। फिलहाल ग्राम वासियों को राहत मिल गई है। अब आगे देखना है कि यह कब तक बरकरार रहता है।