सेमीकॉन इंडिया 2024 : ग्लोबल लीडर्स का ‘मोदी लॉ’ पर जोर, सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भारत की अहम भूमिका

भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का नया ग्लोबल हब बनने की राह पर


ग्रेटर नोएडा :- ग्रेटर नोएडा में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2024 में दुनियाभर से आए सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के ग्लोबल लीडर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और नीतियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत की मजबूत उपस्थिति बदलती दुनिया की जरूरत है और वैश्विक सप्लाई चेन में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

मोदी लॉ’ को बताया ग्रोथ का मंत्र

ग्लोबल एसोसिएशन सेमी के सीईओ अजीत मनोचा ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर का विकास पीएम मोदी के नेतृत्व और विजन के कारण ही संभव हुआ है। ‘मोदी लॉ’ इंडस्ट्री के विकास का मार्ग प्रशस्त करता है और इस पर फोकस करने की जरूरत है।

टीमवर्क से मिलेगी सफलता

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ डॉ. रणधीर ठाकुर ने कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में सफलता के लिए सभी पार्टनर्स को मिलकर काम करना होगा, जैसे कि टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम। उन्होंने बताया कि भारत में फैब और इंडीजीनियस ओसीइएट इंडस्ट्री के प्रोजेक्ट्स से हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

तीन प्रमुख एट्रीब्यूट्स : एंबीशन, ट्रस्ट और कोलैबोरेशन

एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स के सीईओ कर्ट सीवर्स ने कहा कि एंबीशन, ट्रस्ट और कोलैबोरेशन सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने भारत की तेजी से हो रही प्रगति की सराहना की और कहा कि वे भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

भारत में निवेश पर रेनेसॉ का जोर

रेनेसॉ इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ हितोशी शिबाता ने कहा कि उनकी कंपनी भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है और देश के सपनों को साकार करने में मदद करेगी। उन्होंने ‘मोदी लॉ’ को वास्तविकता बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

आईमैक की भारत में साझेदारी की रुचि

आईमैक के सीईओ लूकवॉडन हॉल ने भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत एक भरोसेमंद सप्लाई चेन देने में सक्षम है और यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए जरूरी है।

ग्लोबल लीडर्स ने भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की तारीफ इशारा करते हुए कहा कि पीएम मोदी का विजन इंडस्ट्री के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। यह सही समय है जब भारत अपनी क्षमता को पहचान कर ग्लोबल सप्लाई चेन का नेतृत्व कर सकता है