“Operation Convection” को पुलिसकर्मी ने दिखाया ठेंगा।

✍🏻 योगेश राणा


नोएडा :- अपराध व अपराधियों से निपटने के लिए योगी सरकार शुरुआत से ही सख्त क़दम उठा रही है या यूं कहे कि जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्यवाही कर रही है इसी को ध्यान में रखते हुए हैं उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में अपराधियों और संगठित अपराध का मुकाबला करने के लिए “ऑपरेशन कन्विक्शन”(operation convection)नामक एक अभियान की शुरुआत की थी।

इस आपरेशन का पहला उद्देश्य दोषसिद्धि की प्रक्रिया में तेजी लाना तथा अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी,मजबूत सबूत संग्रह, सावधानीपूर्वक जांच और अदालतों में प्रभावी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित कर के अपराधियों को न्याय का सामना करने में लगने वाले समय को कम करना था। लेकिन “एक कहावत है कि घर का भेदी लंका ढाए” ठीक वैसा ही कुछ काम गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में तैनात पुलिसकर्मी कर रहे थे।आज से ठीक कुछ दिनों पहले यानी कि 7 सितंबर 2024 को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स की नोएडा यूनिट ने नोएडा के सेक्टर 63 की एक कम्पनी में छापा मारा था। वहां से दो‌ लोगों को विनोद कुमार धामा तथा रविन्द्र उर्फ नवाब को गिरफ्तार किया था। इन दोनों लोगों पर 70 करोड़ से अधिक की ठगी करने का आरोप लगा था और इनका अपराध करने का तरीका (modus operandi) यह थी कि यह लोग एवं इनके साथी ट्रेडिंग शेयर के नाम से मोटी रकम लेकर उन्हें लालच देकर पैसा निवेश कराते थे फिर ज्यादा पैसा खाते में हो जाने के बाद कम्पनी बन्द कर फरार हो जाते थे। फिर किसी दूसरे स्थान पर जाकर नए नाम से कंपनी बनाकर फिर यही काम शुरू कर दिया करते थे। इसी काम को अन्य नामों से कंपनियों बना कर किया । वृक्ष टैऊडिंग मास्टर टैक्नोलोजी प्रा0लि0 के नाम से नोएडा के एच-87, सेक्टर-63 में तथा हाट सिक्योरिटी लि0 व आयुर्वेद इण्डिया लि0 के नाम से गाजियाबाद में भी टै्रडिंग फर्म खोल कर कर चुके थे। इस लिए इन लोगों व इनके साथियों की तलाश एसटीएफ को थी और ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम देते हुए 7 सितंबर 2024 को एसटीएफ ने इन दोनों को दबोच कर थाना 63 के माध्यम से जेल भेज दिया था। लेकिन असली खेला तो पुलिस ने यहां से शुरू किया पहले तो इन ठगों न्यायालय में जमानत की अर्जी दी इस पर जिला न्यायालय नोएडा पुलिस से उनकी क्रिमिनल हिस्ट्री अर्थात आपराधिक इतिहास की जानकारी मांगी इस पर पुलिस की तरफ से ना तो उनकी क्रिमिनल हिस्ट्री पेश की गई और ना ही इस मामले में सक्रियता से पैरवी की इसी कारण न्यायालय ने इन दोनों ठगों को जमानत पर रिहा कर दिया जब इसकी एसटीएफ को मिली तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और हड़कंप मचना लाजमी भी था क्योंकि ऑपरेशन कन्विक्शन में प्रत्येक पुलिस आयुक्त कार्यालय और जिला पुलिस प्रमुख का कार्यालय “ऑपरेशन कन्विक्शन” के तहत पहचाने गए मामलों की दैनिक प्रगति की निगरानी के लिए एक निगरानी सेल स्थापित बनाया गया है इन प्रकोष्ठों का नेतृत्व राजपत्रित अधिकारी करेंगे जो इन मामलों की समय समय पर सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगे अब इस मामले में आखिर कौन कौन जिम्मेदार है यह बड़ा सवाल है?

यह मामला पुलिस कमिश्नर के संज्ञान में आते ही पुलिस कमिश्नर नोएडा ने सबसे पहले उप निरीक्षक दीपक दीक्षित को निलंबित कर दिया है और साथ ही थाना प्रभारी 63 के खिलाफ विभाग की जांच के आदेश भी दे दिए हैं।