इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए यूपी बोर्ड की बड़ी सौगात

✍🏻 योगेश राणा


:- अब इंटरमीडिएट में भी लागू होगी ग्रेडिंग प्रणाली, समाप्त होगी अधिक अंक हासिल करने की होड़

नोएडा / लखनऊ :- यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल में ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने के बाद अब इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी इसे लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इससे विद्यार्थियों को अधिक अंक प्राप्त करने की होड़ में शामिल होने की बजाय शिक्षा को बेहतर ढंग से समझने और सीखने का अवसर मिलेगा।

विद्यार्थियों को अंक की दौड़ से मिलेगी मुक्ति, मानसिक तनाव होगा कम

अब तक इंटरमीडिएट के छात्रों पर अधिक अंक हासिल करने का भारी दबाव बना रहता था। अधिक अंक पाने की दौड़ में अक्सर विद्यार्थी मानसिक तनाव का शिकार हो जाते थे, जिससे वे कभी-कभी खतरनाक कदम उठा लेते थे। ग्रेडिंग प्रणाली लागू होने से इस प्रतिस्पर्धा का अंत होगा और विद्यार्थियों को अंक के दबाव से मुक्त किया जा सकेगा।

नौ ग्रेडों में बांटा जाएगा प्रदर्शन, अंकपत्र में अंक नहीं होगा शामिल

इस नई प्रणाली के तहत, छात्रों को उनके प्रदर्शन के आधार पर नौ विभिन्न ग्रेडों में विभाजित किया जाएगा। अंकपत्र में विषयवार अंकों का कुल योग नहीं किया जाएगा, बल्कि प्रदर्शन के अनुसार ग्रेड ही अंकित किया जाएगा।

2026 से लागू हो सकती है नई ग्रेडिंग प्रणाली

यूपी बोर्ड की यह नई ग्रेडिंग प्रणाली वर्ष 2026 की परीक्षा से लागू होने की संभावना है। इसके लिए शासन से मंजूरी ली जा रही है, और मंजूरी मिलने के बाद इसे इंटरमीडिएट परीक्षा में लागू किया जाएगा।

91 से 100 अंक पर ‘ए-1’ ग्रेड

नई प्रणाली में हाईस्कूल की तरह इंटरमीडिएट के अंकपत्र में विषयवार मिले अंकों के आधार पर नौ ग्रेड तय किए गए हैं। यदि किसी विद्यार्थी को परीक्षा में 91 से 100 तक अंक प्राप्त होते हैं, तो उसे ‘ए-1’ ग्रेड दिया जाएगा।