presidential election : NDA या UPA ! कौन बनाएगा राष्ट्रपति ?

क्या पहली बार देश में किसी आदिवासी महिला को मिलने जा सर्वोच्च पद?

नई दिल्ली:- लगातार अटकलों और बैठकों के दौर के बाद आखिरकार एनडीए(NDA) और यूपीए(UPA) दोनों पक्षों ने देश के सर्वोच्च पद के लिए अपने अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। राष्ट्रपति चुनाव  के लिए भारतीय जनता पार्टी ने  एनडीए की तरफ से उड़ीसा की आदिवासी महिला नेत्री और झारखण्ड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार घोषित किया गया है।

कब कर सकती है द्रौपदी मुर्मू नामांकन दाखिल

 सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक द्रौपदी मुर्मू 25 को अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं। फिलहाल द्रौपदी मुर्मू छह साल एक महीने तक झारखंड के राज्यपाल पद पर अपनी सेवा दे चुकी हैं। वहीं, विपक्षी दलों  ने उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की है। सिन्हा दो बार केंद्रीय वित्त मंत्री रह चुके है। पहली बार वह 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में और फिर अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में वित्त मंत्री थे।वह वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री भी रहे हैं।

कौन बनेगा राष्ट्रपति

यशवंत सिन्हा और द्रौपदी मुर्मू

अगर राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने वाले इन राजनीतिक गठबंधनों की तासीर आंकी जाए  तो यूपीए के पास लगभग 23 प्रतिशत वोट हैं, वहीं एनडीए के पास लगभग 49 प्रतिशत वोट माने जा रहे हैं। सियासी पंडितों की मानी जाए तो  देश के सभी क्षेत्रीय दलों ने यूपीए उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया तो बीजेपी उम्मीदवार के लिए समस्या खड़ी हो सकती है, क्योंकि यूपीए के पास 51 प्रतिशत के लगभग वोट हो सकते हैं। 

क्या कहते हैं आंकड़े

आंकड़ों पर ध्यान दें तो फिलहाल एनडीए के पक्ष में 440 सांसद हैं जबकि यूपीए के पास लगभग 180 सांसद हैं, इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के 36 सांसद हैं। टीएमसी आमतौर पर विपक्षी उम्मीदवार का समर्थन करती है। आकलन के मुताबिक, एनडीए के पास कुल 10,86,431 में से करीब 5,35,000 मत हैं। इसमें उसके सहयोगियों के साथ उसके सांसदों के समर्थन से 3,08,000 वोट शामिल हैं।  राज्यों में बीजेपी के पास उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 56,784 वोट हैं, जहां उसके 273 विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में प्रत्येक विधायक के पास अधिकतम 208 वोट हैं। राज्यों में एनडीए को बिहार में अपना दूसरा सबसे ज्यादा वोट मिलेगा, जहां 127 विधायकों के साथ, उसे 21,971 वोट मिलेंगे, क्योंकि प्रत्येक विधायक के पास 173 वोट हैं। इसके बाद महाराष्ट्र से 18,375 वोट हैं, जहां उसके 105 विधायक हैं और प्रत्येक के पास 175 वोट हैं। यूपीए के पास सांसदों के 1.5 लाख से अधिक वोट हैं और करीब इस संख्या में उसे विधायकों के भी वोट मिलेंगे। इस बार प्रत्येक सांसद के मत का मूल्य 700 होगा,पहले यह 708 था।

अगर एनडीए जीती,तो बनेगा इतिहास

एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा से हैं। अगर वो यह चुनाव जीतती हैं तो देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। इस नाम की घोषणा से पहले एनडीए द्वारा संसदीय दल की बैठक में 20 नामों पर चर्चा की गई थी। दौप्रदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले के आदिवासी समुदाय से आती हैं। उनका जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। द्रौपदी ने अपने राजनीतिक करियर में बीजेपी में कई पदों पर काम किया। वह मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से बीजेपी के टिकट पर दो बार विधायक बनीं। मुर्मू 2013 से 2015 तक बीजेपी के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी थीं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत पार्षद चुनाव जीतकर की थी और 1997 में उड़ीसा के रायरंगपुर की उपाध्यक्ष बनीं। उसी साल वह भाजपा के एसटी मोर्चा की राज्य उपाध्यक्ष चुनी गईं। साल 2015 से 2021 तक उन्होंने झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया।

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