खत्म हुई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी
नई दिल्ली: – 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी की प्रक्रिया सोमवार को खत्म हो गई। इस नीलामी प्रक्रिया में चार टेलीकॉम कंपनियों ने 1,50,173 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है जो सरकार के अनुमान से कहीं ज्यादा है। 26 जुलाई, 2022 को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हुई थी जो 7 दिनों तक चली है।
अक्टूबर से मिल सकती है सुविधा:
बता दें कि देश में 5जी शुरू होने की डेट करीब-करीब फाइनल हो गई है। इसकी जानकारी देते हुए दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि देश में 5जी सेवाएं अक्टूबर से शुरू हो सकती हैं। और सालभर के भीतर देश में इसकी अच्छी पहुंच हो जाएगी।
नीलामी में खुल कर आईं कम्पनियां:
टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नीलामी में बोली में रखे गये सभी बैंड के लिये अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है। इस बैंड के लिये 2016 और 2021 में हुई नीलामी में कोई खरीदार नहीं आया था। बहरहाल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 1,50,173 करोड़ रुपये की बोली सरकार के अपने अनुमान से कहीं अधिक रही है। साथ ही यह 2015 में नीलामी से प्राप्त 1.09 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व से कहीं अधिक है। आपको बता दें रिलायंस जियो, भारतीय एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और पहली बार टेलीकॉम सेक्टर में कदम रख रही अडानी डाटा नेटवर्क्स ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में हिस्सा लिया है। माना जा रहा है कि अलग अलग बैंड में स्पेक्ट्रम के लिये रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने आक्रमक तरीके से बोली लगायी हैं।
10 गुना होगी स्पीड:
बताया जा रहा है कि एक बार टेलीकॉम कंपनियों को 5जी स्पेक्ट्रम आवंटन के बाद अक्टूबर, 2022 में देश के कई बड़े शहरों में 5जी मोबाइल सेवा की शुरूआत हो जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा है. 5जी सर्विस शुरू होने के बाद ऑटोमेशन का नया दौर शुरू होगा। 5जी सेवा के लॉन्च होने के बाद देश में डिजिटल क्रांति को नया आयाम मिलेगा।