Shrikant Tyagi : ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी के बाहर त्यागी समाज का प्रदर्शन


:- भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बोले पेड़ हटे तो साथ लाए बाबा का बुलडोजर और तोड़े अवैध निर्माण


नोएडा :- श्रीकांत त्यागी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। नोएडा प्राधिकरण के 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद आज प्राधिकरण के 12 अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। इसमें 6 अधिकारी नियोजन और 6 सर्किल अधिकारी शामिल रहे। इससे पहले सीईओ रितु माहेश्वरी ने सोसाइटी की एओए (AOA) के साथ बैठक कर खुद अतिक्रमण तोडऩे के लिए कहा।

अवैध निर्माण खुद हटा ले अन्यथा शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की टीम करेगी कार्यवाही
    मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जिन फ्लैटों में अवैध निर्माण है उनके ऑनर को घर घर जाकर नक्शा दिखाकर बताया कि आपने कहा – कहा अतिरिक्त निर्माण किया है। उनसे कहा गया कि ये निर्माण वह खुद ही हटा ले। अन्यथा शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की टीम खुद अवैध निर्माण को तोड़ेगी और इसमें आने वाला खर्चा भी आपको वहन करना पड़ेगा।

2019 में जारी हो चुके हैं नोटिस

प्राधिकरण ने 2019 में ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में करीब 90 फ्लैट आवंटियों को नोटिस जारी किया था। इसी नोटिस को आधार बनाकर कल एसीईओ ने आवंटियों को 48 घंटे का समय दिया था। प्राधिकरण के 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद से ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के बाहर त्यागी समाज का प्रदर्शन लगातार जारी है।

मांगेराम त्यागी ने कहा

भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मांगे राम त्यागी ने कहा कि यदि श्रीकांत त्यागी के घर के बाहर लगे पेड़ों को हटाया जाता है तो प्राधिकरण अपना डंपर साथ लाए और बाबा का बुलडोजर भी और सभी अवैध निर्माण को तोड़े। उनके अल्टीमेटम के आगे हम भी यही बैठे है। बुधवार सुबह से ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी की मुख्य सडक़ पर मांगे राम त्यागी समर्थकों के साथ सडक़ पर बैठे है। वहां पर लगातार भीड़ बढ़ रही है। इसको देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बता दे मंगलवार को नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ प्रवीन मिश्रा ने सोसाइटी में अवैध निर्माण और श्रीकांत त्यागी के घर के बाहर लगे पेड़ों हटाने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद से लगातार प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के दौरान अन्नु त्यागी रात करीब दो बजे तक सोसाइटी के बाहर चल रहे प्रदर्शन में शामिल रही। उन्होंने प्राधिकरण को पुलिस को पत्र भी लिखा। इसके बाद वह सोसाइटी में अपने घर चली गई। मंगलवार को ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में श्रीकांत के घर के बाहर पेड़ लगाए गए। ये पेड़ सोसाइटी में उसी जगह लगाए गए हैं, जहां से पहले उखाड़े गए थे। पेड़ प्राधिकरण ने लगाया है या सोसाइटी की तरफ  से लगाए गए हैं, इसको लेकर किसी को भी जानकारी नहीं है। प्राधिकरण की ओएसडी वंदना त्रिपाठी ने बताया कि सोसाइटी के अंदर पेड़ पौधे लगाने का काम प्राधिकरण का नहीं है। यदि वहां पेड़ लगाए जा रहे है तो सोसाइटी के लोगों ने ही लगवाए होंगे। वहीं, सोसायटी प्रबंधन ने भी पेड़ लगवाने से इनकार किया है। अनु त्यागी का कहना है, क्या पेड़ लगाना अपराध है। अगर पेड़ लगाना अपराध नहीं है तो सोसाइटी वाले ऐसा क्यों कह रहे हैं और ऐसा कर रहे हैं तो पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है, उन्होंने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।