साझा किया पूरा कार्यक्रम
नई दिल्ली:- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को शहर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 15 सूत्रीय कार्ययोजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पीएम10 का स्तर 18.6 प्रतिशत कम हो गया है। उन्होंने कहा कि हम अक्सर देखते हैं कि सर्दी के आने पर प्रदूषण बढ़ जाता है। दो करोड़ से अधिक आबादी और हमारी सरकार ने पिछले कई वर्षों में दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए बहुत मेहनत की है। इसके परिणाम रूप में परिणाम,(नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम) की एक रिपोर्ट के मुताबिक शहर में प्रदूषण चार साल पहले की तुलना में 2021-22 में काफी कम हो गया है।”
प्रदूषण पर नियंत्र के लिए सरकार की 15 सूत्रीय योजना:
1. पराली मैनेजमेंट के लिए बायो डी कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा। पिछले साल 4,000 एकड़ में किया गया था, इस बार 5,000 एकड़ में किया जाएगा।
2. डस्ट पॉल्यूशन रोकने के लिए 6 अक्टूबर से एंटी डस्ट अभियान चलाया जाएगा। 500 स्क्वायर मीटर से ज्यादा जो कंस्ट्रक्शन साइट है, उनके लिए अब कंपलसरी होगा कि सरकार के वेब पोर्टल पर रजिस्टर करें और डस्ट कंट्रोल की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। 586 टीमों का गठन किया गया है जो कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर मॉनिटरिंग करेंगे। 5000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा के एरिया वाली कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मोग गन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत पूरी दिल्ली में 233 एंटी स्मोग गन लगाए जा रहे हैं। सड़क पर उड़ने वाली धूल को कंट्रोल करने के लिए 80 डस्ट स्वीपिंग मशीन लगाई है। 521 मशीनें पानी का छिड़काव करेंगी। 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई जा रही हैं ताकि सड़कों से उड़ने वाली धूल को कंट्रोल किया जा सके।
3. वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पीयूसी की जांच और सख्त की जाएगी। 10 साल पुरानी डीजल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन सड़कों पर ना उतरें, इसका पालन कराने के लिए सख्ती की जाएगी। इसे लागू कराने के लिए 380 टीम बनाई गई हैं। 203 ऐसी सड़कें हैं जहां बहुत भीड़ भाड़ होती है, इसकी वजह से प्रदूषण होता है तो यहां पर भीड़भाड़ कम करने के लिए वैकल्पिक रूट तैयार किए गए हैं।
4. खुले में कूड़ा चलाना प्रतिबंधित है और इसको रोकने के लिए 611 टीमों का गठन किया गया है।
5. 33 टीमों का गठन किया गया है ताकि इंडस्ट्री में कोई पाइप नेचुरल गैस के अलावा दूसरा इंधन इस्तेमाल ना करें।
6. पटाखों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। पटाखों के खरीदने उसके भंडारण बिक्री सब पर प्रतिबंध है। इसको लागू कराने के लिए 210 टीमों का गठन किया गया है।
7. रियल टाइम सोर्स ऑफ पॉल्यूशन स्टडी- आईआईटी कानपुर ने हमारे साथ एक स्टडी की है। इसके लिए राउस एवेन्यू रोड पर एक सुपर साइट बनाई गई है और इसके अलावा एक मोबाइल बैन है जिसके ऊपर काफी सारे एक इक्विपमेंट लगाए गए हैं। हमको उम्मीद है 20 अक्टूबर से हमें डाटा मिलना शुरू होगा। जिसने पता चलेगा कि किस तरह का पॉल्यूशन है और इसका स्रोत क्या है।
8. पर्यावरण मित्र के लिए अभी तक 3500 से ज्यादा वॉलिंटियर्स ने इसके लिए रजिस्टर किया है। यह लोग समाज सेवा करेंगे और लोगों को पर्यावरण के लिए जागरूक करेंगे।
9. इलेक्ट्रॉनिक कूड़े के प्रबंधन के लिए एक ई-वेस्ट पार्क बना रहे हैं। उत्तर पश्चिम दिल्ली के होलंबी कला में 20 एकड़ में ई वेस्ट पार्क बना रहे हैं। पूरी दिल्ली का इलेक्ट्रॉनिक कचरा वहां ले जाया जाएगा और साइंटिफिक तरीके से इसको प्रोसेस किया जाएगा।
10. ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए हमने 42 लाख पौधे लगाने का टारगेट रखा था, पहले चरण में 33 लाख पौधे लगा चुके, दूसरे चरण में 9 लाख पौधे और लगाएंगे।
11. 24×7 एक ग्रीन वार रूम बनाया जाएगा जो मॉनिटरिंग बेहतर तरीके से करेगा। 3 अक्टूबर से शुरू होगा। इसमें 9 मेंबर्स होंगे जो साइंटिफिक एक्सपर्ट होंगे और वह आंकलन करके अगले दिन का प्लान बनाएंगे।
12. हमने ग्रीन दिल्ली ऐप बनाया था जो बहुत कामयाब रहा। अभी तक इस पर 53 हजार शिकायतें आ चुकी हैं।
13. दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट की पहचान की गई है। इन पर नजर रखी जाएगी और पोलूशन कम करने के उपाय किए जाएंगे।
14. संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू किया। इसके तहत एयर क्वालिटी का 3 दिन का फोरकास्ट किया जाएगा।
15. भारत सरकार, वायु गुणवत्ता आयोग, पड़ोसी राज्य सबके साथ मिलकर प्रदूषण कम करने की कोशिश करेंगे। सभी पड़ोसी राज्यों से निवेदन जितने भी वाहन उनके यहां से दिल्ली में आते हैं कोशिश करें कि वह ज्यादा से ज्यादा या तो सीएनजी हो या फिर इलेक्ट्रिक हो।