राजेन्द्र नगर हादसे में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

नई दिल्ली।
राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित राउज कोचिंग हादसे को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। मंगलवार को आयोग ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, पुलिस कमिश्नर और एमसीडी आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में डिटेल रिपोर्ट मांगी है।
घटना की गम्भीरता को देखते हुए आयोग ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संबंधित अधिकारियों की ओर से लापरवाही का संकेत देती है। यह देखा गया है कि कुछ दिन पहले कथित तौर पर अधिकारियों की लापरवाही से एक अन्य घटना में एक सिविल सेवा अभ्यर्थी की पानी से भरी सड़क पार करते समय बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। इसलिए दिल्ली सरकार, नगर निगम और साथ ही कानून प्रवर्तन एजेंसियां अपने दायित्व से बच नहीं सकतीं।
आयोग ने मुख्य सचिव, दिल्ली सरकार, पुलिस आयुक्त और आयुक्त, नगर निगम को दो सप्ताह के अंदर मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। दिल्ली के मुख्य सचिव को दिल्ली भर में निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करके चल रहे ऐसे संस्थानों और कोचिंग सेंटरों की सही संख्या जानने के लिए गहन सर्वेक्षण कराने के लिए भी कहा गया है।
यही नहीं आयोग उन जिम्मेदार लोक सेवकों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी है, जो इन अनियमितताओं को रोकने के लिए अपना कानूनी कर्तव्य निभाने में विफल रहे हैं। इसके अलावा, आयोग ने एनसीटी दिल्ली सरकार से मृतकों के परिजनों को दिए गए मुआवजे के साथ-साथ यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी देने को कहा है कि ऐसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों।