गाजियाबाद।
गाजियाबाद में पीएसी हेड कॉन्स्टेबल के बेटे ने खुद के अपहरण की साजिश रची। यू पी पुलिस परीक्षा देकर लौटते वक्त उसने रास्ते में खुद के हाथ-पैर बांध लिए और फोटो खींचकर फैमिली को भेज दी। रिहाई के नाम पर एक लाख रुपए की फिरौती मांग ली। पुलिस ने सोमवार रात इस युवक को लखनऊ से सकुशल बरामद करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने कुबूला है कि 23 अगस्त को सन क्रिप्टो एप्लिकेशन पर बिटकॉइन खरीदने के लिए 24 हजार रुपए इन्वेस्ट किए थे। क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के लिए उसे 60 हजार रुपए और चाहिए थे। इसलिए उसके मन में अपने अपहरण की सूचना देकर फैमिली से एक लाख रुपए पाने का आइडिया आया था। गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में पीएसी की 41वीं बटालियन है। यहां पर तैनात हेड कांस्टेबल का बेटा रोहित रविवार को यूपी पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा देने के लिए बिजनौर गया था। इसके बाद वो घर नहीं लौटा। शाम के वक्त रोहित के मोबाइल से उसकी बहन के वॉट्सएप पर एक फोटो आया। इसमें रोहित के हाथ-पैर बंधे हुए थे। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। इसके बाद रोहित ने बहन को वॉट्सएप कॉल की और बताया कि उसका अपहरण हो गया है। बदमाश रिहाई के बदले एक लाख रुपए मांग रहे हैं। इसके बाद बहन और रोहित के वॉट्सएप पर लंबी चैटिंग होती रही। इसी बीच परिजनों ने पूरे मामले की सूचना कौशांबी थाना पुलिस को दी। पुलिस ने जब रोहित के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो पता चला कि ये फोटो गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके से भेजे गए थे। इसके बाद उसके मोबाइल की लोकेशन बदलती गई। पहले बदायूं, शाहजहांपुर और फिर लखनऊ मिली। पुलिस की एक टीम तत्काल लखनऊ के लिए रवाना हो गई। वहां से उन्होंने रोहित को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में रोहित ने कुबूला कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ। उसने खुद ही सारा ड्रामा रचा था।