पुराने तिरंगों के संरक्षण के लिए बनाए गए नियंत्रण कक्ष
नई दिल्ली:- आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान पूरे देश ने धूमधाम से मनाया । घरों से लेकर गाड़ियों ,दफ्तरों आदि स्थानों पर लोगों ने खूब तिरंगे लहराए। अब स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के बाद सबसे बड़ी मुश्किल पुराने तिरंगों के सम्मान को बचाए रखने की होगी। लिहाजा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान ना हो, लोग इसे इधर उधर ना गिरा दें, इसलिए दिल्ली नगर निगम भारतीय ध्वज संहिता 2002 के प्रावधानों के अनुसार अलग-अलग इलाकों से राष्ट्रध्वज का संग्रह, भंडारण और निपटान करने की घोषणा की है।
तिरंगों का संरक्षण करने के लिए दिल्ली नगर निगम ने निगम के अलग-अलग क्षेत्रीय कार्यालयों में एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जहां पर लोग जाकर अपना तिरंगा झंडा जमा करवा सकते हैं। अधिकारियों ने बताया है कि नियंत्रण कक्ष द्वारा तिरंगे झंडे को संरक्षित किया जाएगा ताकि तिरंगे का अपमान न हो। निगम का कहना है कि निगम राष्ट्रीय ध्वज को महत्व देता है और ध्वज संहिता में व्याप्त गरिमा और सम्मान के अनुरूप क्षतिग्रस्त, अस्त-व्यस्त या मलिन झंडे के निपटान के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए हर घर तिरंगा अभियान व स्वतंत्र दिवस समारोह के बाद नागरिक राष्ट्रीय ध्वज को अपने क्षेत्रीय स्वच्छता निरीक्षक व सफाई सैनिक की सहायता से क्षेत्रीय कार्यालय में जमा करा सकते हैं। जिससे कि भारतीय ध्वज संहिता 2002 के प्रावधानों के अनुसार राष्ट्रध्वज का संग्रह भंडारण और निपटान किया जा सके।
वेबसाइट पर भी कर सकते हैं संपर्क:
इसके अलावा नागरिक दिल्ली नगर निगम की वेबसाइट www.mcdonline.nic.in पर जाकर सीधे अपने संबंधित स्वच्छता निरीक्षकों, एएसआई व सफाई सैनिकों से उनके फोन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।