पीएम मोदी ने राजस्थान को दी 22 हजार करोड़ की जल योजनाओं की सौगात : शेखावत

    डेस्क रिपोर्ट :- राजस्थान अजमेर में बुधवार को प्रधानमंत्री की सभा में अपने संबोधन में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि केन्द्र की सरकार पूरे देश के लिए जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर में पीने के पानी की व्यवस्था कर रही है, लेकिन राजस्थान सरकार इस योजना का क्रियान्वयन घीमी गति से कर रही है। यहां आने से पहले मैैंने पीएम मोदी के नेतृत्व में दिल्ली से 22 हजार करोड़ की जल योजनाएं स्वीकृत की हैं। उन 22 हजार करोड़ की योजनाओं से 7934 करोड़ रुपए में सीकर और झुंझुनूं के सभी गांवों में घर-घर पीने का पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। 5783 करोड़ की लागत से चंबल का पानी अलवर और भरतपुर के एक हजार गांवों को,
    3693 करोड़ की लागत से जाखम बांध से चित्तौडगढ़़, उदयपुर और राजसमंद जिलों को पानी मिलेगा, जबकि 4623 करोड़ की लागत से चंबल से पानी लेकर करौली और सवाईमाधोपुर की जनता को पानी दिया जाएगा। लगभग 821 करोड़ की लागत से धौलपुर की जनता की प्यास बुझाने का काम होगा। इससे राजस्थान की 15 लाख माताओं-बहनों को घर बैठे पानी मिलेगा।

    केन्द्र की योजनाओं से आम आदमी के जीवन में आया परिवर्तन
    शेखावत ने कहा कि पिछले नौ साल में मोदी सरकार ने गरीब के जीवन में परिवर्तन लाने की विभिन्न योजनाएं सफलतापूर्वक धरातल पर उतारी हैं। इन योजनाओं से आम आदमी के जीवन में परिर्वतन आया है। यह देश की जनता ने साक्षात देखा है। भारत ने वर्ष 2014 के बाद परिवर्तन का दौर देखा है। आम आदमी देश के विकास में कदमताल करते हुए भागीदारी निभा रहा है। देश विकास के पथ पर चल रहा है। आज उसका परिणाम पूरी दुनिया देख रही है।

    दुनिया में भारत की ताकत बढ़ी
    केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की ताकत पूरे देश में बढ़ रही है। देशहित को प्रथम मानते हुए सरकार ने जिन नीतियों के साथ देश ने काम किया है। आज उसका परिणाम पूरी दुनिया में दिखाई देने लगा है। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक कर संदेश दिया कि भारत के खिलाफ होने वाली कोई गतिविधि चाहे वह देश में हो या दुनिया के किसी कोने में उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। दुनिया का कोई भी मंच ऐसा नहीं है, जिस पर भारत की धाक नहीं है। क्या किसी ने कल्पना की थी कि अमेरिका का राष्ट्रपति मोदीजी से हाथ मिलाने के लिए आतुर रहेगा। क्या हमने कल्पना की थी कि दुनिया के दूसरे देश का राष्ट्र अध्यक्ष अपने देश में खड़े होकर यह कहेगा कि आप हमारे बॉस हो। क्या यह भी कल्पना की थी कि दूसरे देश का प्रधानमंत्री भारत के प्रधानमंत्री के पैर छूकर अभिवादन करेगा। भारत की यह ताकत आप लोगों के पुरुषार्थ से बढ़ी है। जनता को सर्वोपरि मानकर काम करने और नीतियां बनाने से यह ताकत बढ़ी है।