बन रहे हैं शुभ मुहूर्त और विशेष योग
नई दिल्ली:- ग्रहों और नक्षत्रों की चाल के हिसाब से अधिकांश त्यौहारों पर सही तारीखों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रहती है। अभी पिछले दिनों रक्षाबंधन को सही योग और तिथि को लेकर लोग दो राय थे। अब जन्माष्टमी को लेकर भी लोगों में अभी से असमंजस बना हुआ है। आपको बता दें कि हिंदी पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी व्रत हर साल भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य डॉ भूपेन्द्र मिश्र के अनुसार इस वर्ष भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि 18 अगस्त को शाम 9 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी तथा यह तिथि 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी।
दो दिन मनेगी जन्माष्टमी:
डॉ मिश्र के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी इस बार दो दिन 18 अगस्त और 19 अगस्त को मनाई जायेगी। पहले दिन यानी 18 अगस्त को अर्थात अष्टमी तिथि की रात्रि को गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग जन्माष्टमी व्रत रखेंगे,वहीं दूसरे दिन अष्टमी तिथि की उदया तिथि को वैष्णव सन्यासियों के द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
जन्माष्टमी पर शुभ मुहूर्त और योग:
अभिजीत मुहूर्त- 18 अगस्त को 12 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक।
वृद्धि योग- 17 अगस्त को शाम 08 बजकर 56 मिनट से लेकर 18 अगस्त को शाम 08 बजकर 41 मिनट तक।
धुव्र योग- 18 अगस्त को शाम 08 बजकर 41 मिनट से लेकर 19 अगस्त को शाम 08 बजकर 59 मिनट।