Noida News : गढ़ी चौखंडी में 80 करोड़ की जमीन का फर्जीवाड़ा, पुलिस पर कार्रवाई ना करने का लगाया आरोप


नोएडा :- नोएडा फेस तीन थाना क्षेत्र के अंतर्गत गढ़ी चौखंडी गांव में आठ बीघा जमीन की फर्जी रजिस्ट्री और दाखिल खारिज का मामला सामने आया है। इस जमीन की बाजारी कीमत लगभग 80 करोड़ रुपए बताई जा रही है। गढ़ी चौखंडी गांव के निवासी और सीएजी विभाग से सेवानिवृत्त राजपत्रित अधिकारी रतनपाल सिंह यादव ने नोएडा मीडिया क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया है।

भूमाफियाओं द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने का आरोप

रतनपाल यादव ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुवे बताया कि गढ़ी चौखंडी के खसरा संख्या 115 में उनके परिवार की पुश्तैनी जमीन है, जिस पर सैकड़ों सालों से उनका कब्जा है। कुछ भूमाफियाओं ने उनके सगे भतीजे प्रमोद यादव और विनोद यादव की आठ बीघा जमीन के कूट रचित फर्जी दस्तावेज तैयार कर 16 लोगों के नाम बैनामा कर दिया। आरोपियों में मामूरा गांव के महेश कुमार, विशाल चौहान, विकास चौहान, योगेंद्र कुमार, निखिल चौहान और अन्य शामिल हैं।

फर्जी दस्तावेजों से जमीन का दाखिल खारिज, तहसीलदार पर मिलीभगत का आरोप

रतनपाल यादव का आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तहसीलदार ने दाखिल खारिज के आदेश एक हफ्ते में जारी कर दिए। यादव ने कई बार तहसीलदार को शिकायत दी, लेकिन न तो उन्होंने गैरकानूनी आदेशों को निरस्त किया और न ही दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि बिना उनके भतीजों को सूचना दिए, दूसरे गांव में वाद दर्ज कर फर्जी तरीके से दाखिल खारिज किया गया।

हाई कोर्ट जाने की चेतावनी

यादव का कहना है कि जब उन्हें दिसंबर 2023 में इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई, तो उन्होंने उप जिला अधिकारी दादरी और पुलिस आयुक्त को शिकायत दी। 21 फरवरी 2024 को थानाफेज तीन में एफआईआर भी दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस ने केवल राजेश और राजू नामक मामूली व्यक्तियों को गिरफ्तार कर औपचारिकता पूरी की। सभी नामजद आरोपियों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई।यादव ने चेतावनी दी है कि अगर स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपील करेंगे।